
इस अवसर पर मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में एन०सी०सी० कैडेट्स को संबोधित करते हुए श्री अनुराग त्रिपाठी, अध्यक्ष कम्प्यूटर एप्लीकेशन, के०आई० पी०जी० कॉलेज ऑफ मैनेजमेण्ट, गीडा, गोरखपुर ने ए०आई० और डिजिटल स्किल के विषय में विस्तारपूर्वक बताते हुए कहा कि यद्यपि डिजिटल साक्षरता पाठ्यक्रम नया और आज की शिक्षा व्यवस्था में तेजी से एक आवश्यकता बन गया है। एक महत्वपूर्ण जीवन कौशल के रूप में डिजिटल साक्षरता न केवल कैरियर की तैयारी के लिये बल्कि शैक्षिक और सामाजिक सफलता के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर मार्त्यापण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन अतिथि का स्वागत व परिचय बताते हुए एन०सी०सी० अधिकारी कैप्टन डॉ० अपर्णा मिश्रा ने एन०सी०सी० कैडेट्स को संबोधित करते हुये कहा कि डिजिटल साक्षरता कौशल न रखने वाले छात्रों की प्रगति आत्मविश्वास की कमी के कारण बाधित हो सकती है। एम०एड्० विभागाध्यक्ष और आई०क्यू०ए०सी० कॉडिनेटर डॉ० रेखा श्रीवास्तव ने अतिथि के प्रति आभार ज्ञापित किया।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ० सुमन सिंह, कम्प्यूटर विभाग से श्रीमती अंजली शुक्ला, श्री शंकर थापा, एम०एड्० से डॉ० विरेन्द्र कुमार गुप्त, डॉ० रेखा रानी शर्मा, डॉ० इतेन्द्र धर दूबे, डॉ० अनिता सिंह, श्रीमती देवता पाण्डेय, डॉ० विकास श्रीवास्तव, डॉ० शिवानी श्रीवास्तव, डॉ० दिव्या त्रिपाठी, डॉ० धीरज, डॉ० आस्था प्रकाश, डॉ० अमिता अग्रवाल तथा सभी एन०सी०सी० कैडेट्स उपस्थित रहें।
0 Comments