
गोरखपुर : साहबगंज कांवड़िया संघ, गोरखपुर के तत्वावधान में आयोजित प्रातः बेदी पूजन करने हेतु श्री महेश खेमका श्रीमती ममता खेमका संग कर सभी सह-यजमान सपत्नीक श्रध्दा पूर्वक सवा लाख पार्थिव शिवलिंग पूजन किया, एवं शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन का आयोजन भव्य और भक्तिमय वातावरण में सम्पन्न हुआ। व्यासपीठ पर परम् पूज्य गुरुदेव श्री रविशंकर जी महाराज विराजमान रहे। उन्होंने भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह प्रसंग का अत्यंत रोचक, भावपूर्ण और मनोरम वर्णन किया।
गुरुदेव श्री रविशंकर जी महाराज ने कथा के दौरान बताया कि जब भगवान शिव अपनी विचित्र और अनोखी बारात के साथ हिमालय नरेश के द्वार पहुंचे तो वहां का दृश्य अत्यंत अद्भुत और मनोरंजक था। भगवान शिव के साथ देवताओं के अलावा भूत-प्रेत, डाकिनी-शाकिनी, पिशाच, योगिनी, नाग, नागिन, गण, रुद्रगण, साधु-संत, सिद्ध महात्मा आदि विचित्र वेषधारी बारात में शामिल थे। स्वयं भगवान शंकर शरीर पर भस्म लगाकर, गले में सर्पों की माला और सिर पर जटाजूट सजाए हुए, हाथ में डमरू और त्रिशूल लिए विवाह के लिए पधारे थे।
बारात को देखकर माता पार्वती की सखियों और हिमालय की रानियों में खलबली मच गई। माता पार्वती की माता – मैना देवी – जब यह विचित्र बारात और शिवजी का भयंकर स्वरूप देखती हैं तो वे डर और चिंता के मारे बेहोश होकर गिर पड़ती हैं।
इस प्रसंग का जब मंचन हुआ तो सुंदर भजनों, नृत्य और संगीत के साथ कथा मंच पर एक मनोरम झांकी प्रस्तुत की गई, जिसमें शिव बारात का दृश्य अत्यंत रोचक और मनोरंजक रूप में दिखाया गया। कलाकारों ने शिव बारात की विचित्रता, भूत-प्रेतों का नृत्य, डाकिनियों का हास्यप्रद आचरण और पार्वती जी की सहेलियों के व्यंग्यपूर्ण संवादों को जीवंत कर दिया। कथा स्थल पर उपस्थित श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे और पूरा पंडाल 'हर-हर महादेव' के जयकारों से गूंज उठा। शिव विवाह प्रसंग में विशेष स्वागत में श्रीमती हर्षिता खेमका,यशु जालान, आयशा छापोलिया, सृष्टि केडिया, स्नेहा खेमका, कीर्ति अग्रवाल, मीनू बंसल, रीता जालान,बेबी ऋद्धि मिरानिया ने भाव विह्वल नृत्य किया।
गुरुदेव श्री रविशंकर जी महाराज ने कहा कि यह प्रसंग हमें यह सिखाता है कि ईश्वर का स्वरूप चाहे जैसा भी हो, उसमें गूढ़ आध्यात्मिक रहस्य और करुणा छिपी होती है। प्रेम और श्रद्धा से जो देखा जाता है, वही सत्य है।
इस अवसर पर आयोजन समिति के समस्त सेवादार जिसमें आलोक केडिया, ज्ञानवीर लाल कसौधन, रंजीत अग्रवाल, आनन्द अग्रवाल, रमेश रामरायका, सारांश खेमका, सार्थक खेमका, प्रवीण अग्रवाल , रोहित अग्रवाल, संजय जयसवाल, सोमू अग्रवाल, विजय हरि अग्रवाल, मनोज अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। रुद्राभिषेक, महाआरती और प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
मीडिया प्रभारी सैवादार अनूप अग्रहरि ने बताया कि कल 16 जुलाई को गणेश जन्मोत्सव मनाया जाएगा जिसमें सभी भक्तों से अनुरोध है कि आप अपने परिवार के छोटे-छोटे बच्चों को भगवान गणेश की वेश-भूषा में लाकर शामिल करें और विशेष स्वागत समीति द्वारा किया जाएगा।
प्रातः कालीन पार्थिव पूजन में 7 बजे शुरू होगी षोडशोपचार पूजन, मंत्रोच्चारण संग रूद्राभिषेक साथ ही भगवान शंकर की भस्म आरती करेंगे।
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