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मेरठ : मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही, जिन्दा युवक को भेज दिया पोस्टमार्टम करने || EN Daily ||


  • पोस्टमार्टम से कुछ देर पहले कराहने लगा मृत युवक,बोला- जिंदा हूं
  • आईसीयू में कराया भर्ती,आधा घंटे बाद हुई मौत
मेरठ : मेडिकल कॉलेज में एक अनोखा मामला सामने आया। एक घायल युवक को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर मोर्चरी भेज दिया गया। पोस्टमार्टम टेबल पर युवक को लाया गया तो उसकी सांसें चल रही थीं। युवक को दोबारा आईसीयू में भेजा गया तो उसे आधा घंटे बाद फिर से मृत घोषित कर दिया।

सरूरपुर थाना क्षेत्र के गांव गोटका निवासी शगुन शर्मा अपने छोटे भाई प्रिंस के साथ बाइक पर गंगनहर पटरी पर खतौली की ओर जा रहा था। बुधवार रात नौ बजे गांव अटेरना पुल के पास अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। दोनों भाई सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने एंबुलेंस बुलाकर घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया। जहां से शगुन शर्मा की हालत गंभीर देखते हुए मेरठ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया।

शगुन के पिता मनोज शर्मा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में शगुन का इलाज शुरू किया गया। छह घंटे बाद डा. अखिल प्रकाश ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को मोर्चरी भेज दिया गया। पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा भरने लगी।

बृहस्पितवार को पोस्टमार्टम पर ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने औजार निकालकर प्रक्रिया शुरू की। परिजनों का कहना है कि डॉक्टर ने युवक की जांच की तो उसकी सांसें चलती पाई गईं। युवक को थोड़ा सा हिलाया तो कराहते हुए बोला मैं जिंदा हूं। इस घटना से मेडिकल कालेज में हड़कंप मच गया।

शगुन के जिंदा होने पर परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। युवक को आईसीयू में भर्ती कराया गया। इसके आधा घंटे बाद ही शगुन को फिर से मृत घोषित कर दिया।

ये बोले इलाज करने वाले और युवक को मृत घोषित करने वाले डॉक्टर

मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर अखिल प्रकाश ने बताया कि युवक वास्तव में मृत ही था। इसके बाद ही उसे मोर्चरी भेजा गया था। वहां परिजनों को भ्रम हो गया कि पल्स चल रही है, युवक जिंदा है। वे उसे वापस आईसीयू ले गए। वहां दोबारा गहनता से जांच की गई, तो युवक को मृत ही घोषित किया गया। वहीं पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने मोर्चरी से शव क्यों भेजा, इसके बारे में जानकारी नहीं है। शाम को युवक को वापस मोर्चरी भेज दिया गया।

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